life
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“मेरी आत्मा को जो ज़ख़्म दिए,
साँस जाने तक जख्म हरे रहेंगे,
दिल में जो दर्द है तेरे लिए,
तुम्ही से है कंयो जुड़े है इस दिल के तार,
कौन सी मिटटी के बने है हम,
न जाने कितनी बार बेआबरू करा तूने,
फिर भी दिल में तेरे नाम का दिया जलाए बैठे है!
-sumeeta
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